खुखुन्दू – शिवाजी इंटर कॉलेज खुखुन्दू के खेल के मैदान में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन केरल से पधारे पधारे कथावाचक श्री राघवेंद्र शास्त्री जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर जी की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती है। कपिलोपाख्यन, धुर्व-चरित्र और जड़भरत चरित का वर्णन किया गया।भजनों पर झूमे उठे भक्त गण भागवत कथा सुनने के लिए पुरुषों की अपेक्षा महिला श्रोताओं में भक्ति का उत्साह अधिक देखने को मिला। व्यास पं. राघवेंद्र शास्त्री के कथावचन के दौरान पूरा पडाल जय श्री राधे के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास पं. राघवेंद्र शास्त्री के मुखारविंद से ”मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, नंदलाल सवारिया मेरे” भजन से कथा स्थल का वातावरण भक्ति मे सराबोर हो गया।व्यास पं. राघवेंद्र शास्त्री ने बताया कि जीवन में सुख-दुख और लाभ-हांनि से ऊपर उठ कर जो व्यक्ति दूसरों के लिए जीता है उसके जीने का मार्ग ही सही है। भगवान की कथा में अमृत है और उसे भाव से सुनना चाहिए। भगवान का भजन और स्मरण करने से शरीर की मोह माया छूट जाती है और आत्मा को शांति मिलती है। उक्त अवसर पर सुभाष चन्द्र यादव, बच्चा तिवारी, मुरारी मद्धेशिया, भरथ मद्धेशिया, धर्मनाथ मद्धेशिया रमायन यादव, सुदामा राय, भगवान् मद्धेशिया, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे
Tags देवरिया
Check Also
द्वितीय विश्व युद्ध का हीरो पायलट सरदार दिलीप सिंह मजेठिया नहीं रहे—-
प्रणव तिवारी,उपसम्पादक गोरखपुर -द्वितीय विश्वयुद्ध के हीरो पायलट सरदार दिलीप सिंह मजीठिया पे अपने जीवन …