बजरंद दल का मुख्य उदेश्य हिंदू धर्म, संस्कृति की रक्षा करना, सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने लिया त्रिशूल दीक्षा
बहराइच नानपारा बजरंग दल का त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम नानपारा में पटाहरन इमली मंदिर में संपन्न हुआ जिसमें बतौर मुख्य प्रवक्ता बजरंग दल अवध प्रांत मंत्री श्रीमान भोलेन्द्र जी रहे। कार्यक्रम में युवाओं को बजरंग दल के इतिहास व देश में अहमियत के बारे बताया गया।
श्रीमान भोलेन्द्र जी ने बताया कि बजरंग दल की स्थापना 1984 में उत्तर प्रदेश में की गई जिसका मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति एवं हिंदू मान बिंदुओं गाय, गीता, गंगा की रक्षा धर्म परिवर्तन को बंद कराना लव जिहाद को रोकना है। उसके लिए समाज में हिंदू शक्ति को तैयार करना है। बजरंग दल भारत वर्ष का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है बजरंग दल का राम जन्मभूमि आंदोलन राम सेतु आंदोलन, राम जानकी रथ यात्रा, बाबरी ढांचे को तोड़ना व बाबा अमरनाथ की यात्रा को सुचारु रूप से चलाना व बाबा बूढ़ा अमरनाथ की यात्रा वर्ष 2005 से बजरंग दल के द्वारा शुरू की गई है।
यह यात्रा कश्मीर के पुंछ जिला से शुरू होती है और भोले भंडारी के मंदिर में जाकर समाप्त होती है। पूरे देश भर से बजरंग दल के कार्यकर्ता लाखों की संख्या में आकर इस यात्रा को करते हैं। बजरंग दल की त्रिशूल दीक्षा लेने का तात्पर्य यह है कि हम भारतवर्ष को परम वैभव तक ले जाने के लिए और पूना विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के लिए अपना-अपना योगदान देते हैं। कार्यक्रम में त्रिशूल धारण करने वाले युवाओं में रोहित चौरासिया सहजिला संयोजक बहराइच,अंकुर गुप्ता,अंकुर ओमर,महावीर सिंह,संदीप कश्यप,पिंगल कश्यप,हिमांशु सिंह,अवधेश सोनी,अभिषेक सिंह,हार्षित त्रिपाठी, क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे|
रिपोर्ट अनूप मिश्रा ibn24x7news बहराइच
Tags उत्तरप्रदेश बहराइच
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