महिलाये एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सुहाग एवं खुशहाली की कामना
बाल्मीकिनगर-नवरात्रि के नौ दिन तक दुर्गा मां की पूजा और भक्ति होती है। नवरात्रि के 10वें यानी दशमी के दिन शादी शुदा महिलांए सबसे पहले दुर्गा माता को सिंदूर लगाने के बाद ही महिलांए एक दूसरे को सिंदूर लगाती है। इस परम्परा को सिंदूर खेल-खेला कहते है। दशमी पर सिंदूर लगाने की पंरपरा सदियों से चली आ रही है। खासतौर से बंगाली समाज में इसका बहुत महत्व दिया जाता है, हिंदू धर्म में सिंदूर का बहुत बड़ा महत्व होता है। बाल्मीकिनगर के विभिन्न मंदिरो में पूजा अर्चना के बाद दशमी को महिलाए एक दूसरे को सिंदूर लगा कर अपने-अपने सुहाग की कामना एवं खुशहाली की कामना करती है, जो ऐसी भी मान्यता है कि जो महिलाएं सिंदूर खेला की प्रथा को निभाती हैं, उनका सुहाग सलामत और दीर्घायु रहता है।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news बिहार