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मऊ: क्षेत्र की  कानून व्य्वस्था पी आर वी के  भरोसे

क्षेत्र की  कानून व्य्वस्था पी आर वी के  भरोसे
 थानेदार कर रहे आराम , सूचना आने पर डॉयल 100 लगाने की दी जाती है सलाह    
हाल कोपागंज थाने का ,हल्का दरोगाओ की कार्य प्र णाली से पीड़ित परेशान
कोपागंज(मऊ ) :जनपद में बेहतर कानून व्यवस्था को चलाने के लिए डायल 100 परियोजना का शुभारंभ किया गया था जिससे अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके| लेकिन यह विभाग को नहीं पता था कि उनकी यह परियोजना थानेदारों को लापरवाह बना देगी |थाने पर आकर या सीयूजी नंबर पर कोई शिकायत करता है तो थानेदार उसे डायल 100लगाने को कहते हैं |डायल 100 परियोजना में चलने वाली पीआरवी की दो शिफ्टो में ड्यूटी लगती है पीआरवी  डायल 100पर आने वाली सूचना पर तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर अपराध और अपराधी को काबू में करने का प्रयास करती है |वही कुछ लोग घटना की सूचना देने के लिए डायल  100 न  लगाकर थानेदार की सीयूजी नंबर या खुद थाने जाकर सूचना देते हैं |जिस पर उन्हें सलाह दे दी जाती है कि थाने से बाहर जाओ और डायल 100पर सूचना दो पुलिस घटना स्थल पर ही पहुंचेगी| जबकि डायल 100 परियोजना शुरू होते ही डीजीपी ने सख्त हिदायत दिया था कि थानेदार बिस्तर में न सोए देर रात अपने अपने क्षेत्रों में चलने वाली अलग अलग पीआरवी के साथ गश्त करें |साथ ही सप्ताह में एक बार सर्किल ऑफिसर भी पीआरवी  के साथ गस्त करेंगे |लेकिन धीरे-धीरे समय बढ़ता गया और निर्देश ठंडे बस्ते में चले गए |थानेदार शाम होते ही थानों की सीट से गायब हो जाते हैं और विस्तारों में पड़े दिखाई देते हैं |जब थानेदार नदारथ रहते हैं तो थाने में बैठे अन्य हल्कों के दरोगा व  पुलिसकर्मी भी उसी अंदाज में थाने में आने वाले फरियादियों को भी डायल 100 पर सूचना देने की सलाह देते हैं |थानेदारों द्वारा पीआरवी के भरोसे कानून व्यवस्था छोड़ने से गांव देहात के इलाकों में रंजिश लगातार पनपती जा रही है जिस और ना तो थानेदार का ध्यान है और ना ही पुलिस अफसरों का| इन लोगों के नजर अंदाजी से पीआरवी में चलने वाले पुलिसकर्मियों पर काम का इतना भार बढ़ रहा है कि वह आश्वस्त होते दिखाई पड़ रहे हैऔर क्षेत्र की कानून व्य्वस्था लड़खड़ाने लगी है ।
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क्षेत्र में चल रहे 100 डॉयल के खेल व कारस्तानी से सभी परेशान है | स्थिति यह है की मार खाने वाला या शिकायत करने वाले को भी वीना किसी जानकारी किये ही चालान कर दिया जा रहा | अगर बात बन गयी या सेटिंग हो गयी तो मामला रफा दफा कर दिया जाता है |ये हाल केवल कोपागंज का ही नही अमूमन पूरे जनपद का है | कुछ ऐसा ही मामला क्षेत्र के मूग मॉस  अल्लीपुर  लिलारी  गांव में देखने को मिला ।
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जनपद ही नही प्रदेश में चल रही 100डॉयल की गाड़ियां घटनाओ पर कम अवैध कार्यो पर ज्यादा ध्यान दे रही | प्रदेश में योगी सरकार द्वारा वेहतर कानून स्थापित करने की कोशिश  की जा  रही है |वावजूद स्थानीय पुलिस व 100 डॉयल की कारस्तानियों के चलते  सम्भवः नही लग रहा है |
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100 डॉयल के इस  खेल को लेकर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र यादव व  अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष व सहरोज गांव के प्रधान योगेश राय ने कड़ी नाराजगी जताई है | चेताया है की अविलम्ब 100 डॉयल में तैनात पुलिस कर्मी अपनी कार्य प्रणालियो में सुधार नही लायी तो विरोध आंदोलन होगा |
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100 डॉयल द्वारा शिकायतकर्ताओ   पर भी कार्यवाहिया करने व अवैध कार्यो को बढ़ावा दिए जाने के वावत पूछे जाने पर सी ओ घोसी अनिल कुमार ने कहा की इस तरह का मामला सज्ञान में नही है | इस वावत कोतवाल से बात की जायेगी |अगर ऐसा है तो जाँच कराकर कार्यवाही समवन्धित के विरुद्ध की जायेगी

रिपोर्ट सिद्धार्थ मौर्या ibn24x7news मऊ

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