बेतिया:- चंद्रावत नदी बचाने हेतु सामूहिक प्रयास जरुरी :-विशाल कुमार मिश्र
बेतिया:- विधायक मदन मोहन तिवारी को राष्ट्रीय आजाद मंच नगर इकाई बेतिया के प्रतिनिधि मंडल ने शहर के ऐतिहासिक चंद्रावत नदी के मिटते अस्तित्व पर मंथन करते हुए इसे संरक्षित एवं विकसित करने के लिए ज्ञापन सौंपा है.राष्ट्रीय आजाद मंच के प्रदेश प्रभारी विशाल कुमार मिश्र ने बताया कि चंद्रावत नदी का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है बेतिया राज के समय यदि व्यापार का मुख्य मार्ग हुआ करती थी लेकिन निजी स्वार्थवस लोगो ने ना केवल इस की अविरलता खत्म कर दी बल्कि अतिक्रमण कर उसके अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है|
आज समय की मांग है की इस ऐतिहासिक धरोहर की गरिमा फिर से वापस लाने की,इसके लिए सामाजिक चेतना एवं सामूहिक प्रयास अत्यंत आवश्यक प्रतीत हो रहा है.वही जिला अध्यक्ष शैलेश कुमार दुबे ने बताया कि शहर की ऐतिहासिक चंद्रावत नदी गंदगी एवं अतिक्रमण के कारण दिन-प्रतिदिन से बढ़ती जा रही है जिससे चंद्रावत नदी का अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है. इस नदी से बेतिया राज की यादें एवं शहर वासियों की आस्था जुडी हुई है.वही जिला उपाध्यक्ष अनुराग कुमार ने कहा कि आज भी इस नदी के पानी का उपयोग खेतों की सिंचाई में किया जाता है लेकिन नदी में फैले व्यापक गंदगी और अतिक्रमण के कारण चंद्रावल संकट में है|
इस के अधिकांश हिस्सों पर अवैध कब्जा जमा लिया गया है और दिन प्रतिदिन यह ऐतिहासिक नदी नाले में तब्दील होते जा रही है.लेकिन प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है.मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर विधायक मदन मोहन तिवारी ने कहा कि इस ऐतिहासिक नदी को अतिक्रमण मुक्त करने हेतु विधानसभा में कई बार आवाज़ उठाएं.जिसके बाद सदन द्वारा विभागीय पत्रांक संख्या 4180.27 नवंबर 2017 को जिला पदाधिकारी से संपर्क कर नदियों के दोनों किनारों को अतिक्रमण से मुक्त कराने एवं उसके सफाई हेतु तकनीकी संभाव्यता के आधार पर योजना प्रस्ताव तैयार कर विभाग को शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि पुनः वे इस गंभीर मुद्दे को सदन में उठाएंगे एवं जरूरत पड़ने पर चरणबद्ध आंदोलन भी करेंगे।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news बिहार