राज्य से लेकर जिला स्तर तक के कर्मचारियों का थोक भाव में स्थानांतरण पदस्थापन
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी जून 2018 में राज्य से लेकर जिला स्तर तक के सरकारी कर्मियों का स्थानांतरण पदस्थापन किया गया है, सरकारी नियम के अनुकूल 3 वर्षों से अधिक एक स्थान पर कार्य करने वाले सरकारी कर्मियों का स्थानांतरण होना अनिवार्य बताया गया है इसी क्रम में जिला पदाधिकारी पश्चिम चंपारण में अपने अधीनस्थ कार्यालयों के लिपि को, राजस्व कर्मचारियों पंचायत सेवक, जनसेवकों का थोक भाव में स्थानांतरण पदस्थापन किया गया है तथा इन्हें आदेश दिया गया है कि वह 1 सप्ताह के अंदर हस्तांतरित स्थान पर निश्चित रूप से योगदान कर ले अन्यथा उनका वेतन भुगतान बाधित रहेगा।
जिला पदाधिकारी नीलेश चंद्र देवरी ने अपने अधीनस्थों प्रखंड अनुमंडल जिला मैं कार्यरत हूं विभिन्न विभागों के कर्मियों का स्थानांतरण एवं पदस्थापन उनके सेवाकाल में रहते हुए नियामानुकुल किया गया है । इन स्थानांतरण से सरकारी कर्मियों के अंदर कहीं खुशी कहीं गम का माहौल बना हुआ है। जिन सरकारी कर्मियों का स्थानांतरण पदस्थापन उनके इच्छा के अनुसार स्थान पर हो गया है वह खुशी के माहौल में जी रहे हैं और जिन कर्मियों का स्थानांतरण उनके इच्छा के अनुसार उनके स्थान पर नहीं हुआ है वह दुखी और पीड़ित है।
इन कर्मियों को सोचना चाहिए कि जब वह सेवाकाल में है तो उनका स्थानांतरण होना लाजमी हो जाता है इसमें कहीं खुशी कहीं गम का माहौल नहीं होना चाहिए। सरकारी कर्मियों का स्थानांतरण पदस्थापन होना एक नियत प्रतिक्रिया है। बहुत ऐसे कर्मियों का स्थानांतरण हुआ है जिनके विरुद्ध कई आरोप लगे हुए हैं इस कारण भी इन लोगों का स्थलांतर तरण किया गया है।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news पश्चिमी चंपारण बिहार
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