नाले में गिरे नंदी महराज, निकालने में जूटी प्रशासन
मिर्जापुर- आस्था के धाम विंध्य क्षेत्र मिर्जापुर में प्रदोष एवं शिवरात्रि तिथि 9 अगस्त को भोलेबाबा ने लगता है कि एक परीक्षा ली जिसमें पुलिस, फायर ब्रिगेड एवं श्रद्धालुजन उत्तीर्ण हो गए ।
सावन, नन्दी और नाला
मामला यह है कि गुरुवार को एक भूरे रंग का हट्टा-कट्टा नन्दी (साड़) पुराने कमिश्नर दफ्तर (वर्तमान में आफिसर्स क्लब) के बाहर लगभग 10 फीट खुले नाले में गिर पड़ा । सबसे पहले नजर युवा पत्रकार इंदरप्रीत सिंह ‘लकी’ की पड़ी । में भी राज्यकर्मचारियों की हड़ताल से बंद कार्यालयों का जायजा लेकर लौट रहा था । लकी ने इसकी जानकारी दी । जिस पर मैंने कमिश्नर श्री मुरलीमनोहर लाल को फोन पर बताया । कमिश्नर के स्टेनो राजेश श्रीवास्तव ने फायर ब्रिगेड को सूचना तत्काल दी ।
पुलिस, फायर ब्रिगेड और श्रद्धालु नागरिक
सबसे पहले फतहां चौकी के इंचार्ज हवलदार पाल अपने तीन कांसिटेबिलों के साथ आए तथा सभी मिलकर कोशिश करने लगे लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी । इसी बीच फायर ब्रिगेड के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रसाद सिंह 10 मिनट में मोटी मोटी कई रस्सी लेकर पहुंच गए । फिर क्या था श्रद्धालु नागरिक तक जुट गए नन्दी को बचाने में । वहीं ठेले पर फल बेचने वाले युवक से लेकर कतिपय अन्य सामान्य किस्म के युवक, पुलिस एवं फायर ब्रिग्रेड के लोग बदबूदार नाली में उतर गए तथा पेट एवं दोनों पैर के पास रस्सी बांध कर बाहर निकाले । लगभग दो दर्जन लोग उसे ऊपर खींचने में लगे थे । अंत में नन्दी को बाहर निकालने में सफ़लता मिल गयी । फायर ब्रिगेड के 100 नम्बर पर तैनात कर्मचारी ने भी इसमें गहरी रुचि ली ।
पुलिस और फायर ब्रिगेड और श्रद्धालुओं की जयकार
भारी बदबूदार नाली में उतर नन्दी को बाहर निकालने में लगे उक्त लोगों की जनता ने सराहना की कि सावन महीने में जीव की रक्षा सबसे बड़ा अनुष्ठान है । मजेदार बात यह है कि उधर से गुजरते फोर ह्वीलर वालों में कोई भी नहीं उतरा । वे शायद जीव-रक्षा के अध्याय से अनभिज्ञ हैं ।
रिपोर्ट विकास चन्द्र अग्रहरि ibn24x7news मिर्जापुर