ibn24x7news छत्तीसगढ़ कोरिया जिले के बैकुंठपुर क्षेत्र में संचालित भूमिगत झिलमिली खदान में एक बड़ा हादसा (Accident) हो गया है. मंगलवार की अल सुबह करीब पौने चार बजे यह हादास हुआ. खदान (Mine) का एक हिस्सा धंसने से यहां काम कर रहे दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है. इसके अलावा करीब 15 मजदूर अभी भी अंदर फंसे हैं. उन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है. इस खदान को एसईसीएल (SECL) संचालित कर रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, कोरिया (Korea) जिले के बैंकुठपुर क्षेत्र में स्थित झिलमिली खदान का एक हिस्सा धंस गया है. खदान का हिस्सा धंसने से रूप नारायण पिता राम साय और अख्तर हुसैन पिता अजगर अली की मौके पर ही मौत हो गई है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक झिलमिली खदान में करबी 15 मजदूर फंसे हैं. फंसे मजदूरों को निकालने की कवायद की जा रही है. हालांकि, खदान में फंसे मजदूरों की संख्या को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.
तीन किलोमीटर अंदर हुई घटना
मिली जानकारी के मुताबिक, खदान के करीब तीन किलोमीटर अंदर हादसा हुआ है. घटना की जानकारी मिलने के बाद एसईसीएल के जनरल मैनेजर सहित सभी अधिकारी भूमिगत खदान के अंदर पहुंच गए हैं. खदान में फंसे मजदूरों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं. इसके साथ ही पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच कर राहत कार्य में जुट गई है. खदान में फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
बैकुंठपुर स्थित झिलमिली खदान हादसे में मारे गए दो मजदूरों के शव पंचनामे के वक्त जमकर हंगामा हुआ।
मृतकों के परिजन मौके पर ही डेथ सर्टिफिकेट जारी करने मांग कर रहे थे, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन इसमें आनाकानी कर रहा था। इसे लेकर श्रमिक नेता नाराज हो गए। किसी तरह मामले को शांत कर मौके पर ही शवो का पंचनामा कर डेथ सर्टिफिकेट जारी किया गया। दोनों शवो को पोस्टमार्टम के लिए पटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
हम आपको बता दें कि जिले के बैंकुठपुर क्षेत्र में स्थित झिलमिली खदान के धंसे हिस्से में बाकी के अधिकारी-कर्मचारी अभी भी खदान में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि एसईसीएल की लापरवाही से ये हादसा हुआ है। लगातार हो रही बारिश के कारण हादसे की आंशका पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस लापरवाही के कारण ही दो मजदूरों की मौत हो गई फिलहाल प्रबंधन द्वारा वस्थुस्थिति की जानकारी नहीं दी जा रही है।