रिपोर्ट ब्यूरो कुंदन कुणाल के साथ सहयोगी अमन सिंह ibn24x7news बिहार पटना
पटना के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कांतेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम जब मोकामा के निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के घर पहुंची तो अजीब नजारा हुआ. ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कांतेश मिश्रा विधायक अनंत सिंह के सरकारी फ्लैट के दरवाजे पर पहुंचते ही लाठी मांगने लगे. ग्रामीण एसपी के लाठी मांगने की बात सुनते ही दर्जनों पुलिस जवान अपनी-अपनी लाठियां लेकर दौड़ पड़े. सबों को लगा कि अंदर जमकर कूटने का मौका मिलेगा और इसीलिए लाठी मांगने की बात सुनते ही दर्जनों जवान लाठियां लेकर दौड़ पड़े.
दौड़ रहे जवानों को ग्रामीण एसपी ने किया शांत
ग्रामीण एसपी द्वारा लाठी मांगते ही दर्जनों जवान दौड़ते हुए लाठी लेकर आने लगे तो उन्होंने सबको रोका. दरअसल के सरकारी फ्लैट के अंदर कई कुत्ते थे. पुलिस को देखते ही कुत्तों ने भौंकना शुरू कर दिया था. पुलिस जिस भी अपराधी के यहां छापामारी करती है तो पुलिस को देखकर कुत्ते भौंकते ही हैं. इस बार भी अनंत सिंह के घर जब पुलिस पहुंची तो पुलिस को देखकर कुत्तों ने भौंकना शुरू कर दिया. कुत्तों को काबू में करने के लिए ही ग्रामीण एसपी ने जवानों को लाठी लाने के लिए कहा. हालांकि जवानों को लगा अंदर मौजूद लोगों की ठुकाई और कुटाई करनी है लेकिन मामला दूसरा था. कुत्तों को देख कर ही ग्रामीण एसपी ने लाठी लाने को कहा.
ग्रामीण एसपी और सिटी एसपी के नेतृत्व में छापामारी
पटना के ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्रा और सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने छापामारी की है. छापामारी में 10 थानों की पुलिस को लगाया गया था. घर के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई. गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस को निराशा हाथ लगी. दरअसल विधायक अपने फ्लैट पर मौजूद नहीं थे. घर के लोगों ने बताया कि वह कहीं चले गए हैं. अधिकारियों ने उनकी पत्नी नीलम देवी तथा उनके घर में मौजूद लोगों से पूछताछ भी की लेकिन विधायक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी. पुलिस अधिकारियों की मानें तो घर के लोगों को नहीं पता है कि विधायक कहां गए हैं.
30 मिनट तक नहीं खोला गया घर का दरवाजा
ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्रा और सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी के नेतृत्व में पुलिस जब पहुंची तो घर का दरवाजा बंद था. पुलिस किसी तरह घर के अंदर घुसी लेकिन घर के अंदर का दरवाजा भी बंद रखा गया था. तीस मिनट तक पुलिस को वहीं इंतजार करना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद घर के अंदर का दरवाजा खोला गया. इसके बाद तलाशी शुरू हुई. हालांकि विधायक मौजूद नहीं थे. बताया जाता है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही विधायक फरार हो गए थे.
गिरफ्तारी का आदेश देने में विलंब से भागने का मिला मौका
बताया जाता है कि गिरफ्तारी का आदेश देने में हुए विलंब के कारण अनंत सिंह को फरार होने का मौका मिला. जिन धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, उन धाराओं में वारंट की जरूरत नहीं रहती है. इसके बावजूद कार्रवाई कर रही टीम को न्यायालय से वारंट लेने का दबाव बनाया गया. वारंट लेने और नहीं लेने के उधेड़ बुन का ही फायदा अनंत सिंह ने उठाया और वे फरार हो गए. पटना की सीनियर एसपी गरिमा मल्लिक ने पहले वारंट लेने को कहा लेकिन शनिवार होने के कारण पुलिस को वारंट नहीं मिल पाया था. पुलिस हालांकि वारंट की अर्जी भी दाखिल नहीं कर सकी थी. इसके बाद सीनियर एसपी ने गिरफ्तार करने का आदेश दिया. इसी विलंब के कारण अनंत सिंह फरार हो गए. अनंत सिंह के घर से एके 47 राइफल बरामद हुई थी. एके-47 के अलावा दो हैंड ग्रेनेड भी बरामद किया गया है.