ब्यूरो रिपोर्ट ओमप्रकाश श्रीवास्तव IBN NEWS चंदौली
कोरोना के बाद जनपद में अब बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। पशुपालन विभाग ने भी कंट्रोल रूम की स्थापना कर डॉक्टरों की टीमें गठित कर दी हैं । इन टीमों द्वारा पशु पालकों को पूरी तरह से सावधानी बरतने के निर्देश देने के साथ ही निगरानी भी की जा रही है |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ डी के सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग हाई अलर्ट पर कार्य कर रहे हैं | शासन से मिले निर्देशों के बाद बर्ड फ्लू को लेकर पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस संबंध में सभी सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी को आवश्यक निर्देश देते हुए लोगों को इस रोग के प्रति जागरूक करने के लिए कहा गया है। हालाँकि जनपद में अभी तक बर्ड फ्लू का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है |
इसके बाद भी जिला अस्पताल किसी प्रकार के हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यदि इस प्रकार का कोई मरीज पाया जाता है तो उसे भर्ती करने के लिए अस्पताल की इमरजेंसी के पास एक अलग वार्ड बनाया जाएगा। डॉ सिंह ने कहा कि एहतियात के तौर पर बाहरी व्यक्तियों को पोल्ट्री फॉर्म पर न आने दें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें |
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सत्य प्रकाश पांडे ने बताया कि पक्षियों की मौत की सूचना देने के लिए जनपद के सदर में पशु चिकित्सा कंट्रोल रूम बनाया गया है | साथ ही 24 घंटे सभी लोगों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए नंबर 9792961830 की सेवा बहाल की गई है। साथ ही जिले के सभी नौ ब्लॉकों में नौ डॉक्टर की टीम गठित की गई है |
हर एक डॉक्टर के साथ एक पशुधन प्रसार अधिकारी भी शामिल किया गया है । हर ब्लॉक की एक टीम में डॉक्टर लीडर बनाए गए हैं जिनके द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है | कंट्रोल रूम में पालीबद्ध चार डॉक्टर की 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है |
डॉ पांडे ने बताया कि जनपद में विगत दिनों में एक कौआ, एक उल्लू और मोर की मृत्यु का पोस्ट मार्टम किया गया जिसमें बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाये गए | मृत्यु का कारण ठंड लगने की पुष्टि हुई |
उन्होने बताया कि गठित की गई टीमों द्वारा बर्ड फ्लू से बचाव के लिए कैसे सावधानी बरती जाए, इसके लिए कुक्कुट संचालकों को निर्देश जारी कर रहे हैं। साथ ही चेतावनी दी गई है कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए ।
उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (ट्रीटमंट हेल्थ) डॉ महेश चन्द्र ने बताया कि जिले में 45 पोल्ट्री फार्म संचालित है जिनके संचालकों को पूरी सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि किसी पक्षी की मौत होती है तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को दी जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।