शाहजहांपुर। दशकों से की जा रही पैंटून पुल की मांग अब पूरी होने जा रही है। रामगंगा नदी पर हैदलपुर घाट पर पैंटून लाए गए हैं। अभी तीन पैंटून आ गए हैं। शीघ्र ही यहां काम शुरु कर दिया जाएगा। नौ माह पूर्व इसी पुल के निर्माण के लिए ग्रामीणों के साथ फरीदपुर मढ़ी के बाबा शांतिदास हैदलपुर घाट पर आमरण अनशन पर बैठे थे। कई दिन के अनशन के बाद डीएम अमृत त्रिपाठी ने ग्रामीणों को पुल बनने का आश्सवान दिया था। अब यह आश्सवान और बाबा का आंदोलन रंग ला रहा है। शुक्रवार को सुबह ग्रामीणों की दशकों पुरानी मांग हैदलपुर घाट पर पैंटून पहुंचने से पूरी होती दिखाई दे रही है। पैंटूनों के घाट पर पहुंचने पर मौके पर मौजूद ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान छा गई।
अभी मौके पर पहुंचे सिर्फ तीन पैंटून
शुक्रवार को तीन ट्रैक्टर ट्रालियों से तीन पैंटून ही हैदलपुर घाट पर पहुंचे हैं, दो पैंटून नदी के किनारे तक पहुंचा दिए गए, लेकिन जैसे ही तीसरी ट्रैक्टर ट्राली मौके की तरफ बढ़ी तो मौके पर पहुंचने से करीब 100 मीटर पहले ही ट्राली रेत में फंस गई। काफी जद्दोजहद के बाद भी पैंटून समेत ट्राली आगे नहीं बढ़ सकी, जिसके बाद ट्राली चालक ने पैंटून वहीं पर उतार दिया, जिसके बाद कोई भी पैंटून शनिवार शाम तक मौके पर नहीं पहुंचा।
पुल निर्माण की जानकारी पर ग्रामीणों में खुशी|
शुक्रवार सुबह जब हैदलपुर घाट पर पैंटून पहुंचे तो मौके पर मौजूद ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। पैंटूनों की खबर नदी के दोनों किनारों के गांवों में जंगल की आग की तरह फैल गई और दोनों तरफ के सैंकड़ों लोग घाट पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने ही पैंटून उतरवाने में कार्मिकों की सहायता की।
रिपोर्ट कपिल यादव ibn24x7news बरेली