फाइलों में दफन हैं परिसर के विकास की योजनाएं
गोरखपुर। बड़हलगंज:पूरे क्षेत्र के विकास व ख़ुशहाली का जिम्मा संभालने वाले बड़हलगंज विकास खण्ड मुख्यालय खुद अपने विकास के लिए कराह रहा है।जर्जर भवन व जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से यहां निवास कर रहे कर्मचारियों का बुरा हाल है।इसी परिसर में स्थित पशु चिकित्सालय की हालत को बरसात के पानी ने और खराब कर दिया है।
बताते चलें कि मंगलवार की रात हुई मूसलाधार बारिश के चलते पूरे विकास खण्ड परिसर में एक से दो फुट तक पानी भर गया है।बुधवार को बकरीद के अवकाश के बाद गुरुवार को खुले ब्लॉक मुख्यालय पर गेट से ही लोगों को वापस होना पड़ा।कई सचिव आवास के तो ताले ही नहीं खुले।कारण कि अवकाश बाद घर से आये सचिव अपने कमरों तक नहीं पहुंच सके।विभिन्न कार्यों के लिए दूर-दराज से आये ग्रामीण भी मन मसोस कर वापस चले गए।सबसे दिक्कत पशुपालकों को हुई।अपने पशुओं के विभिन्न रोगों की दवा लेने आये पशुपालक मुख्यालय की दुर्दशा देख वापस चले गए।ज्ञात हो कि विकास खण्ड मुख्यालय की यह दुर्दशा पहली बार नहीं हो रही।यह हर साल होती है।गांवों में करोड़ों का बजट खर्च करने वाला विकास खण्ड अपने ऊपर लाखों खर्च नहीं कर पाता।यहां कार्यालय में काम करने वाले व निर्मित आवासों में निवास करने वाले कर्मचारी काफी परेशानी में हैं।पुअर विकास खण्ड परिसर मूल- भूत आवश्यकताओं के लिए जूझ रहा है।स्वच्छ शौचालय, पीने का स्वच्छ पानी, जलनिकासी की व्यवस्था सब गड़बड़ है।साफ-सफाई की कमी के चलते मच्छरों की उत्पत्ति भयंकर है।आये दिन छत के प्लास्टर टूट कर गिरते हैं।कर्मचारी डर-डर कर नौकरी कर रहे हैं।विकास खण्ड के जिम्मेदार मौन साधे पड़े हैं।कर्मचारियों की मानें तो मुख्यालय के विकास की योजनाएं कई बार बनीं पर वो फाइलों तक ही सीमित रहीं और फाइलों में ही दफन हो गयीं।हमारी दुर्दशा बरकरार है।डर-डर कर नौकरी व डर-डर कर सोना,अब यह दिनचर्या में शामिल हो गया है।