ब्यूरो रिपोर्ट ओमप्रकाश श्रीवास्तव IBN NEWS चन्दौली
जनपद चंदौली के चकिया विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की किल्लत से आमजन परेशान है। गांवों/कस्बों में पेयजल का एकमात्र सहारा हैण्डपम्प अपनी बदहाल व्यस्था पर ऊंची डींगें हांकने वाली सरकार और पंचायत विभाग के उत्कृष्ट कार्यो की बानगी प्रस्तुत करती है। विदित हो कि खराब पड़े इन हैंडपम्पों के मरम्मत की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की है लेकिन जिम्मेदार मुंह मोड़ें खड़े तमाशा देखने मे बिजी हैं। 89 ग्राम पंचायतों में बारह सौ हैंडपंपों की दशा खराब है, ग्रामीण शुद्ध पेयजल को तरसने को मजबूर हैं।
नगर के समीपवर्ती लालपुर, कुदरा, पंचफेडियां, जमुआ आदि ग्राम पंचायतों में सरकारी हैंडपंप खराब पड़े हैं। इन ग्राम पंचायतों में आधे से अधिक हैण्डपम्प एक वर्ष से उपर हो गए पानी नहीं दे रहें हैं। ग्राम प्रधान अब ग्राम बजट का रोना रो रहें हैं। लेकिन चुनाव नजदीक आते ही उनके पंख उग जाते हैं। विकास क्षेत्र के 89 में से अधिकांश पंचायत प्रतिनिधियों ने खराब हैंडपम्पों की सूची ब्लाक कार्यालय को सौंपी है। गांवों में 12 सौ हैण्डपम्प खराब हैं। इस बाबत सहायक विकास अधिकारी पंचायत सत्येन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि चुनाव के कारण ग्राम पंचायतों का वित्तिय अधिकार प्रशासनिक व्यवस्था के तहत होने वाला है।ग्राम पंचायतों में प्रशासक कि नियुक्ति होने के बाद हैंडपम्पो कि मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर कराई जाएगी।