रिपोर्ट रोहित गौतम ibn24x7news पीलीभीत
बीसलपुर (पीलीभीत) : सोनू हत्याकांड में पशु तस्करों का बचाव करने बिलसंडा थाना पुलिस महंगा साबित होता जा रहा है। मृतक के परिजनों पर दबाव बनाकर तहरीर बदलवाना पुलिस के लिए अब गले की हड्डी बना हुआ है। विधायक ने 24 घंटे के अंदर हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं होने पर बिलसंडा थाना निरीक्षक को हटाने की मांग की है। विधायक, एसडीएम व सीओ तथा भारी पुलिस फोर्स सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना से क्षेत्र में आक्रोश बना हुआ है। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बुधवार की रात को बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मोहन बबूरा निवासी खंजनलाल के 25 वर्षीय सोनू उर्फ सोनपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के परिजनों ने रात्रि में ही बिलसंडा थाना पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए दी गई तहरीर में आरोप लगाया था कि रात्रि लगभग साढे़ नौ बजे पशु तस्कर पिकअप गाड़ी में सवार होकर गांव में आए थे।
उनके आहट की आवाज से झोपड़ी में सो रहा सोनू जाग गया था। उसके द्वारा ललकारने पर पशु तस्कर ने तमंचे से गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मामला पशु तस्करों से जुड़ा होने से पुलिस के होश उड़ गए पुलिस ने अपने बचाव में जो तहरीर दिलवाई उसमें पशु तस्कर का कही भी जिक्र नहीं था बल्कि एक व्यक्ति द्वारा झोपड़ी में आकर गोली मार देने की बात कही गई। पुलिस की सच्चाई आज उस समय उजागर हुई जब रिपोर्ट दर्ज कराने वाली मृतक की बहन रामगीता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने दबाव बनाकर तहरीर बदलवा दी।
पशु तस्करों ने उनके भाई पर दो फायर किए एक दीवार में लगा तथा एक भाई की कोख में लग गया। हकीकत जानकर विधायक बिफर गए उन्होंने बिलसंडा थाना निरीक्षक एसके सिंह से कड़ी नाराजगी जाहिर की। पुलिस अधीक्षक मनोज सोनकर से दूरभाष पर वार्ता कर सारी स्थिति बताई।
उन्होंने पुलिस ने शनिवार को दोपहर दो बजे तक घटना का पर्दाफाश न करने पर थाना निरीक्षक को लाइन हाजिर करने का निर्देश दिए। इस मामले में लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त न करने की बात विधायक ने कही। उन्होंने बाद में कस्बा स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में बैठक कर युवक की हत्या करने वाले हत्यारों को पकड़े जाने की बात कही। विधायक, एसडीएम, सीओ व भारी संख्या में पुलिस फोर्स व सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया है। पुलिस ने घटना का खुलासा करने के लिए संदेह के घेरे में आए पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सर्विलांस पर लगे फोन से काल डिटेल निकालकर छानबीन करने में लगी है।