रिपोर्ट घासीराम पात्र ibn24x7news छत्तीसगढ़
मैनपुर : -बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय नेताम ने वनाधिकार पट्टे के संबंध में उन पर लगाये गए आरोपों को मिथ्या बताते हुए इसे विरोधियों की सुनियोजित षडयंत्र करार दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग विधानसभा चुनाव में मुझे मिली उम्मीदवारी के उपरांत से ही इतने घबराए हुए थे कि अबतक वे लोग मुझे राजनीतिक षड्यंत्र रचकर मेरा राजनीतिक एनकाउंटर करने की कोशिश कर रहे हैं |
लेकिन मुझे मिल रहे अपार जनसमर्थन और बढ़ते लोकप्रियता व जनाधार के चलते वे अपने गलत मंसूबों पर सफल नहीं हो पाए तब षडयंत्र पूर्वक मेरे खिलाफ कूटरचित कर मेरी प्रतिष्ठा पर आघात लगाकर मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।ये वही लोग हैं जो मेरी बढ़ते जनाधार से घबराकर मुझे चुनाव में हराने के लिए पार्टी छोड़कर गए थे लेकिन कांग्रेस की सत्ता वापसी होते ही स्वयं को पार्टी का निष्ठावान बताकर एक निष्ठावान और जनसमर्पित व्यक्ति के खिलाफ षडयंत्र कर रहे हैं।
जिस ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा मुझ पर आरोप लगाया गया है वे स्वयं मनरेगा योजना के कार्यों में भ्रष्टाचार में संलिप्त है, मनरेगा के तहत चेकडेम निर्माण में काम मजदूरों से लेकर ट्रैक्टर का फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण किया गया था जिस जगह पर लोग मोटरसाइकिल नहीं ले जा सकते वहाँ उन्होंने ट्रैक्टर से बोल्डर परिवहन का गलत ब्यौरा दिया था |
जिसका मैंने जनहित को ध्यान में रखते हुए विरोध भी किया था उन सबसे प्रतिशोध स्वरूप विरोधियों के द्वारा फर्जी हस्त्ताक्षर कर वनाधिकार पट्टे का लाभ लेने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है और यह जांच का विषय है|
जिसकी जांच के लिए मैं स्वयं तैयार हूँ वे किसी भी एजेंसी से जांच करवा लें, पट्टे का प्रस्ताव से लेकर सारी प्रक्रिया पंचायत करती है यह बात वे स्वयं कह रहे हैं, इस प्रकार मेरे या मेरे परिजनों द्वारा की भूमिका कहाँ पर है।तथ्यहीन आरोप लगाकर कहा जा रहा है कि संजय नेताम द्वारा फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं यदि उनके पास कोई साक्ष्य हों तो वे अवश्य प्रस्तुत करें साथ ही पंचायत के अन्य दस्तावेजों में भी सरपंच के हस्ताक्षर की मिलान होनी चाहिए। बिना जांच पड़ताल के सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित भावनाओं से यह आरोप लगाया गया है जो कि सर्वथा मिथ्या और राजनीतिक प्रपंचों से भरा हुआ अनर्गल प्रलाप है।