धनबाद के पूर्व मेयर नीरज सिंंह की सुपारी लेकर हत्या करने वाले आरोपित शूटर अमन सिंंह ने पूर्व प्रधान राजेश यादव की हत्या में करने के लिए साथी कपिल चौबे के माध्यम से शूटरों को उपलब्ध कराया था। अमन वर्तमान में रांची जेल में बंद है। बाइक व पिस्टल को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी अपने गुरु रिंकू सिंंह के चचेरे भतीजे रॉबिन सिंह को सौंपी थी, जिसने किसी दूसरे की 20 हजार रुपये में अपाचे बाइक गिरवी रखकर शूटरों को दी थी। 20 नवंबर की रात वारदात को अंजाम फैजाबाद व सुल्तानपुर के शूटरों ने चालक कृपाशंकर की मुखबिरी पर दिया था।
पुलिस के मुताबिक अमन सिंंह भी प्रयाराज का निवासी है। कालेज के दिनों में यह मुन्ना बजरंगी गैंग से जुड़े ङ्क्षरकू सिंंह के संपर्क में आया। रिंकू सिंंह ही इसके आपराधिक गुरू बताए जाते हैं जो रॉबिन सिंंह के चचेरे चाचा भी है। रिंंकू सिंंह के ही सरंक्षण में अमन सिंंह ने कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।
इसका नाम एक साल पहले उस समय प्रकाश में आया जब धनबाद के मेयर नीरज सिंंह की ताबड़तोड़ फायिरंग कर हत्या कर दी गई थी। जब पूर्व प्रधान के हत्या की साजिश रची गई तो उनकी हत्या कौन करेगा इसपर मंथन किया गया। निर्णय लिया गया कि सुपारी देकर पूर्व प्रधान की हत्या करायी जाएगी।
इसके लिए विंध्याचल के खम्हरिया निवासी कपिल चौबे से संपर्क सांधा गया। कपिल ने अमन सिंंह से बात की तो अमन ने राजेश की हत्या करा देने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके लिए छह लाख रुपये देने को कहा। मामला तय होने पर सुल्तानपुर व फैजाबाद के दो शूटरों को चिन्हित किया गया। जो घटना को अंजाम देने से 15 दिन पहले उनके ढाबे आए और राजेश की पहचान की।
गोली मारकर भागने का रास्ता भी देखा। गोली मारने के बाद ये लोग बहलरा मोड़ के रास्ते होते हुए दीपनगर पहुंचे वहां से लालगंज फोरलेन पकड़कर कोरोवं पहुंच गए। रॉबिन सिंंह को गाड़ी दी और फरार हो गए।