वैसे तो सिसवा बाजार तमाम प्रसिद्ध व्यवसायियों व समाज सेवियों से भरा हुआ है जो अपने सामाजिक व धार्मिक सेवायों के कारण तमाम न्यूज़ पेपरों में आए दिन अपने सुकृत्यों से चर्चा में आते रहते हैं जैसे डॉ पंकज तिवारी जी, नीरज तिवारी जी, धीरज तिवारी जी,भगवती प्रसाद स्वर्णकार जी ,शिक्षा जगत के कर्मठ गुरु माननीय ओ०ए०जोसेफ जी ,पंडित अवधेश चौबे जी, मनोज केसरी जी, शिव जी सोनी जी,गोविंद सोनी जी,राधा वर्मा जी तथा मनोज सोनी जी इत्यादि सहित तमाम अन्य लोग लेकिन सिसवा बाजार में एक ऐसे व्यवसाई दंपत्ति भी हैं।
जो जनता हित में तमाम सामाजिक वह धार्मिक कार्य करते हैं लेकिन कभी भी उन्हें अपने कार्यों की प्रशंसा करने व सुनने की आदत नहीं है, जी हां मैं बात कर रहा हूं एक ऐसे मितभाषी, मृदुभाषी ,मिलनसार ,विनम्रता की प्रतिमूर्ति आनंद शर्मा जी और उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी जी की जिन्होंने कोरोना कॉल मैं लॉकडाउन के दौरान तमाम गरीब- भूखे लोगों की मास्क ,दवाई ,कपड़े ,भोजन और उनके जरूरत के सामानों को देकर मदद की लेकिन कभी भी सोशल मीडिया पर इस सामाजिक कृत्य को प्रसारित नहीं किया जब हमने उनसे पूछा कि शर्मा जी आप इतना कुछ करते हैं फिर भी कभी अपने कार्य का दिखावा नहीं करते इस बात का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मैं और मेरी धर्मपत्नी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस की उन पंक्तियों से प्रेरित है” परहित सरिस धर्म नहिं भाई ,पर पीड़ा सम नहिं अधम अधमाई” अर्थात दूसरों की सहायता करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है और दूसरे को सताने से बड़ा कोई पाप नहीं है, मैं जिसके लिए जो कुछ भी करता हूं यदि वह व्यक्ति संतुष्ट है तो जैसा कि मेरा नाम है ‘आनंद’ मुझे एक अद्भुत आनंद की प्राप्ति होती है इसमें मेरी धर्म पत्नी का बहुत ही बड़ा सहयोग है जो बीमार होने के बावजूद भी कोरोना कॉल में तमाम लोगों का भोजन बना- बना कर देती थी, उनके जरूरत के सामानों को पैक करके उनके घर तक भी भेजती थी साथ ही साथ विश्व कल्याण के लिए तमाम आचार्यों, पंडितों तथा ज्योतिषाचार्य पंडित धनंजय मिश्र के राय पर वातावरण को शुद्ध करने के लिए तथा देवी देवताओं से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए समय-समय पर पूजा पाठ हवन इत्यादि का कार्य भी करती रहती हैं।विदित रहे शर्मा जी की गोपाल नगर में’ प्रीति ट्रेडर्स’ के नाम से दुकान है जिसके सामने प्रतिवर्ष दशहरा, लक्ष्मी पूजा और मुहर्रम के जुलूस में सम्मिलित लोगों को मिठाई पानी ,नींबू शरबत अपनी महत्वाकांक्षी बिटिया अलंकृति खंडेलवाल व अपने स्टाफ जो उनके लिए भाई तुल्य है गोलू शर्मा, परशुराम जी,गुप्ता जी के साथ मिलकर विगत कई वर्षों से बांटते व देते आ रहे हैं।
फणीन्द्र कुमार मिश्र संवाददाता सिसवा बाजार