ब्यूरो रिपोर्ट राकेश पाण्डेय IBN NEWS गाजीपुर
गाजीपुर:पोखरी की जमीन पर दबंगई से अतिक्रमण कर कब्जा करने वाले भूमाफिया व पूर्व मंत्री शादाब फातिमा के चहेते शिक्षा माफिया व उसके पुत्र सहित दर्जन भर हमलावरों ने मेरे मकान की तीसरी मंजिल पर चढकर मेरे उपर जानलेवा हमला किया. देर रात हुए इस हमले के दौरान लाइसेंसी राइफल के कारतूस भी ले गये. जबकि कोतवाली पुलिस जांच के नाम पर एफआईआर भी नही दर्ज नही कर पाई है.यह संगीन आरोप लगाया है गाजीपुर जिले मे तीन दशक से प्रकाशित हो रहे समाचार पत्र आंचलिक क्रांति के संपादक त्यागी मुख देव सिह ने..
जिले मे जुझारू पत्रकार माने जाते है त्यागी मुख देव
श्री सिह जिले के जुझारू व वुजुर्ग पत्रकार माने जाते है. शायद ही किसी दल का कोई नेता अफसर ठेकेदार या थानेदार ऐसा हो जो त्यागी मुख देव उर्फ दादाजी को न जानता हो. अपनी हनक के चलते त्यागी तीन दशक से अपना अखबार चला रहे है.
अपने साथ हुई घटना की सूचना श्री सिह ने सूबे के बडे अफसरो, जिला स्तरीय अधिकारियों को दे चुके है बावजूद इसके कारवाई न होने से दहशत मे है. त्यागी का यह भी आरोप है कि उनका सगा भाई हमलावरों से मिला है. जिसके चलते आरोपी कानून की जद से बच रहे है.
पोखरी का अस्तित्व मिटा रहा भूमाफिया यही आरोप बना काल
चर्चा है कि त्यागी मुख देव के घर के पीछे मौजूद पोखरी को गलत तरीके से इंद्राज करा भूमाफिया धीरे धीरे बेच चुके है यही शादाब फातिमा के करीबी स्कूल प्रबंधक ने भी जमीन खरीद महाविद्यालय बना रहा रहा है. इसी जमीन से सटी जमीन पर अवैध कब्जा का आरोप संपादक ने लगाकर मामले को तूल दे दिया.
संपादक के छोटे भाई पर्मा की भूमिका पर उठाए सवाल
अपना खेल विगडने से बचने के तमाम पोखरी के खरीदारों ने त्यागी को दबाव मे लेने का अपराधी तरीका इजाद कर लिया पुलिस भी मौन है. त्यागी ने साफ कहा है कि उनके छोटे भाई परमा सिह की साजिश के चलते ही दो दशक पूर्व उनके नवविवाहिता पत्नी की हत्या भी हो चुकी है. उस मामले मे संपादक को ही जेल जाना पडा था. बाद मे कोर्ट ने त्यागी को वरी कर दिया.
तब से त्यागी मुख देव रौजा स्थित मकान की तीसरी मंजिल पर अकेले ही रहते है. मामले को लेकर शहर समेत जनपद मे तमाम कयास लगाने का दौर जारी है.
फर्जी पत्रकार है त्यागी वसूली का कर रहे प्रयास: बृजभान
दूसरी तरफ विद्यालय का निर्माण करा रहे प्रबंधक बृजभान सिह बघेल का कहना है कि हमने काश्तकार की जमीन रजिस्ट्री कराया है कही कोई पोखरी नही है. जबकि त्यागी मुख देव फर्जी पत्रकार है और लंबे समय से पत्रकारिता का धौस देकर वसूली करते है. वह व उनके भाई परमानंद सिह दोनो ने गलत तरीके से जमीन हडप कर दोमंजिला मकान बना लिया है. अब हम खुद उनका मकान ढहाने के लिए कानूनी कार्रवाई करेगे. सरकार ने आदेश किया है कि उनका मकान अवैध है. और 2002 मे ही गिरने का आदेश कोर्ट ने कर दिया था. जो सडक वना कर निर्माण सामग्री लाया जा रहा वह जमीन न पोखरी है न ही त्यागी से कुछ लेना देना है. सिर्फ वसूली की कोशिश है. उनके उपर हमला नही हुआ.
बरसो पुरानी है पोखरी पूरा शहर है गवाह, हो रही गोलबंदी
श्री सिह के बन रहे विद्यालय के चारो तरफ 20 साल से पोखरी है शहर के हर लोगो को जो साफ दिख रही है. कुल मिलाकर जमीन के विवाद को लेकर पत्रकार पर हुए हमले का मामला तूल पकड़ रहा है. दोनो तरफ से गोलबंदी भी शुरू हो गयी है.