पूरा बाजार प्रभुश्रीराम साक्षात पूर्णब्रह्म परमात्मा होते हुए भी मित्रों के साथ मित्र जैसा , मातापिता के साथ पुत्र जैसा ,सीता जी के साथ पति जैसा , भाईयों के साथ भाई जैसा , सेवको के साथ स्वामी जैसा , मुनि और ब्राह्मणों के साथ शिष्य जैसा , इसी प्रकार सबके साथ यथायोग्य त्याग युक्त प्रेमपूर्ण व्यवहार किया है Iअतः उनके प्रत्येक व्यवहार से हमें शिक्षा लेनी चाहिए I
यह बात ग्रामपंचायत गंगौली में रामवंशज् नरसिंहजी के देखरेख व चर्चित समाजसेवी इन्द्रपाल सिंह के कुशल संयोजन में चल रहे श्रीमद् वाल्मीकिय रामायण कथा (श्रीराम कथा ) में व्यासपीठ से अन्तर्रास्ट्रीय ख्यातिलब्ध कथावाचक आचार्य पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज ने बताते हुए बताया कि जब व्यक्ति लगातार ‘राम’ नाम का जप करता रहता है तो रोम-रोम में प्रभु श्रीराम बस जाते हैं I आज नित्य की भाँति जैसे ही आचार्य पुण्डरीक महाराज जी व्यासपीठ पर आसीन हुए तोे रामवंशज् नरसिंहजी , संयोजक इन्द्रपाल सिंह , महापौर (गोरखपुर ) सीतारामजायसवाल ,अशोकसिंह , कर्नल सीपीसिंह , पत्रकार बिपिनसिंह , भाजपानेता मुन्नासिंह ,शिक्षकनेता अभयदेवसिंह , रकेशसिंह ,अंकुरसिंह एवं सुरेन्द्रपाल सिंह सहित कई राम भक्तों ने उनकी आरती उतारी ।