आपके ही युगान्तकारी नेतृत्व में हर गरीब बहन-भाई के हाथ में मोबाइल फोन की परिकल्पना भी साकार हुई थी।
आप सच्चे अर्थों में “युगदृष्टा” थे।
आजादी के बाद श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में सर्वप्रथम ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ।
आज, अपनी उपज को मंडी, बाजार अथवा कहीं भी सुगमता से ले जाने के लिए किसानों को हर गांव में अच्छे मार्ग उपलब्ध हैं तो इसका श्रेय भी ‘भारत रत्न’ अटल जी को जाता है।
गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं के लिए वही कार्य करेंगे, जिनका उनके प्रति आत्मीयता का भाव हो।
जाति, धर्म व परिवार के आधार पर विभेद जिनकी राजनीति का उद्देश्य हो, वह भला गांव, गरीब व महिलाओं के बारे में क्यों सोचेंगे?
गरीब के बारे में सोचने की पिछली सरकारों के पास फुर्सत नहीं थी।
गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं के उन्नयन हेतु श्रद्धेय अटल जी द्वारा प्रारम्भ किए गए विकास कार्यों को आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने नए आयामों के साथ नई ऊंचाइयां देने का कार्य किया है।
प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए श्रद्धेय अटल जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।