बलिया नगर पालिका की उदासीनता और निजी माकन में रहने वाले लोगो को साफ-सफाई बिल्कुल ही रास नही आ रही है। जरा गौर से देखिए इन तस्वीरों को ये तस्वीर चौक सिनेमा रोड और आर्यसमाज रोड को एक दूसरे से जोड़ती है जो सजावट गली से होते हुए इस मुख्य गली को जोड़ने का काम करती है। लॉक डाउन से पहले इस गली को लगभग 10 लाख रुपये की लागत से बनाया गया अभी पूरा साल भी नही बिता और ये मुख्य गली फिर एक बार स्वक्षता की मिसाल देने वालो के लिए एक चुनौती बन गयी है। ये गली शहर के बीचों-बीच स्थित है जिसे शास्त्री नगर गढ़हा मुहल्ला के नाम से जाना जाता है। पुनः नवीनीकरण से पहले इस गली में कई दशकों तक गंदगी का अंबार भरा पड़ा था स्थानीय लोगो ने कई बार इसकी लिखित शिकायत जिलप्रशासन को दिया। भाजपा सरकार में इस गली के पुनः निर्माण के लिए लाखों रुपये आवंटित कर नगरपालिका और डूडा विभाग के मदद से इस गली की किस्मत जागी। 2020 में ही गली बन कर तैयार हो गयी और 2020 में ही फिर एक यह गली बन्द होने के कगार पर है।
जिन स्थानीय लोगो ने इसे साफ कर चालू कराने के लिए अथक प्रयास किये आज वही लोग इसे पुनः ध्वस्त कर प्रशासन को मानो जिम्मेदार बनाने को आतुर है। सजावट गली के बीच से इसका रास्ता आता है जो दूसरे मार्गो को जोड़ने का काम करता है। बात अगर सजावट गली में मौजूद दुकानदारों की करे तो वो इसे बन्द करने में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए दोगले पन की सारी सीमाएं पार करने को आतुर है। सजावट गली के दुकानदार अपनी दुकान चमकाने के फिराक में गली के मुख्य रास्ते को जबरिया प्लस्टिक तिरपाल या अन्य चिझो के मदद से बन्द कर रास्ते को ढक देते है नतीजा न ही इस रास्ते से कोई जा पाता है न ही कोई आ पाता है। गली के निर्माण के बाद नगरपालिका के द्वारा इसकी साफ सफाई की जाने लगी लेकिन कुछ महीनों से मानो उन्हें भी सांप सूंघ गया हो। नपा के द्वारा इस रास्ते मे न तो कोई लाइट की व्यवस्था है न ही नाली की साफ सफाई है। नतीजा गली अपनी किस्मत पर रो रही है और नगर का एक मुख्य रास्ता नरक में तब्दील होने के कगार पर है।
रिपोर्ट वरूण चौबे IBN News ब्यूरो बलिया