ब्यूरो रिपोर्ट ओमप्रकाश श्रीवास्तव IBN NEWS चंदौली
चंदौली में कोटे की दुकानों पर बंट रहे पोषणयुक्त फोर्टिफायड चावल पर ग्रामीणों ने लगाया प्रश्नचिन्ह, मामले की जांच में जुटा खाद्यान्न विभाग…
खबर जनपद चंदौली से है, जहां कोटेदारों की कारस्तानियों पर लगातार आरोप तो लगते ही रहें हैं लेकिन ताजा मामला और भी पेचीदा होने के साथ ही सरकार गरीबों को दी जा रही सहूलियतों पर बड़ा सवाल उठाती है। मामला जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत स्थित बिछियां कला गांव से है। जहाँ के ग्रामीणों ने राशन की दुकान पर बंट रहे पोषणयुक्त फोर्टिफायड चावल की क्वालिटी और शुद्धता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। बकौल ग्रामीणों की माने तो खाद्यान्न विभाग द्वारा ग्रामीणों को राशन डीलरों के माध्यम से वितरित की गई फोर्टिफायड चावल में प्लास्टिक युक्त चावल है, जिसको खाकर लोग बीमार पड़ रहें हैं।
विदित हो कि चंदौली जनपद के मुख्यालय स्थित बिछिया कला गांव में कोटेदार के माध्यम से फोर्टिफायड चावल वितरित किया गया, जिसको ग्रामीणों द्वारा बनाये जाने के पश्चात वह प्लास्टिक चावल के जैसे प्रतीत हो रहें हैं। वह गेंद की शक्ल की तरह होकर बाल की मानिंद जम्प कर रही है। इस चावल से ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है कि खाने से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
ग्रामीणों के अनुसार कोटे से वितरित किए जा रहे इस चावल में कुछ गड़बड़ है, जिसको खाकर कुछ लोग बीमार भी पड़ रहें हैं। मामले के सुर्खियों में आते ही मौके पर पहुंची खाद्यान्न विभाग द्वारा चावल का सैम्पल लेकर जांच कराने की बात सामने आई है। सबसे बड़ी बात है कि शासन के मंशानुरूप जनपद में फोर्टिफायड चावल का प्रयोग कर कुपोषण से छुटकारा पाना चाहती थी लेकिन ग्रामीणों के आरोप के मद्देनजर शासन की योजना पर कुठाराघात लगा है। वैसे जांच के बाद ही मामले की सच्चाई उजागर होगी।