रिपोर्ट रोहित गौतम ibn24x7news पीलीभीत
पीलीभीत- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के जहानाबाद क्षेत्र में शुक्रवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद जिला प्रशासन नींद से जागा और एनएचएआई के ठेकेदार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। कुछ दिन पहले इसी स्थान पर हुए हादसेे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार पीलीभीत-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर उत्तराखण्ड राज्य परिवहन निगम की बस और कार की टक्कर में अलीगढ़ के छर्रा इलाके के रहने वाले एक परिवार सात लोगों की मृृत्यु हो गई थी।
यह सड़क हादसा जहानाबाद इलाके में ललौलीखेड़ा पुलिस चौकी के निकट हुआ था। हादसे को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया था। जिसके बाद अधिकारियों ने माना कि हादसे की वजह सड़क किनारे लगा मिट्टी का ढेर था।
उन्होंने बताया कि उसके बाद प्रशासन ने साइट इंजीनियर पारस त्यागी की तरफ से दी तहरीर में यह मान लिया है कि ठेकेदार की गलती से इस जगह दो बड़े हादसे हुये। इसके पहल 30 मार्च को बस एवं कार की टक्कर के बाद कार में आग लगने से उसमें सवार पांच लोग जिंदा जल गए थे जबकि दूसरी घटना में एक ही परिवार के 7 लोगों की मृत्यु हो गई थी और एक बालक गंभीर रुप से घायल हो गया था।
पूरी घटना के बाद पीलीभीत जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए एनएचएआई के तहत निर्माण करने वाली वीआईएल कंपनी और उसके ठेकेदार नौशाद अहमद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। गौरतलब है कि अगर जिला प्रशासन 30 मार्च कह घटना के बाद ठेकेदार पर मुकदमा दर्ज कराता तो शुक्रवार को हुई एक ही परिवार के 7 लोगों को बताया जा सकता था।