रिपोर्ट अशोक सागर IBN NEWS गोंडा
गोंडा। सिंचाई विभाग ने सिल्ट सफाई व नहर की पटरियों की मरम्मत का पैसा निकाल लिया और अब बिना मरम्मत कराए नहर में पानी छोड़ दिया गया जिससे किसानों के खेतों में लगी फसल तबाह होने के कगार पर पहुंच गई है। बिना तैयारी के नहर में पानी छोड़े जाने से नहर ओवरफ्लो हो गई है और पटरियों में रिसाव शुरू हो गया है। जिससे सैकड़ों किसान खेतों की रखवाली कर नहर की तबाही से बचने की गोहार लगा रहे हैं।
मामला सरयू नहर खंड तीन से जुड़ा है। टिकरी ब्रांच की यह नहर पेड़राही गांव के किनारे से होकर गुजरती है। चार दिन पहले सरयू नहर की मनकापुर शाखा से इस ब्रांच में पानी छोड़ दिया गया। पानी छोड़ने के बाद रात में ही सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों के खेत से खड़ी फसल को नष्ट कर मिट्टी निकालने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे किसानों ने इसका विरोध शुरू किया तो अधिकारी वहां से भाग निकले।
किसानों का आरोप है कि नहर में पहली बार पानी छोड़ा गया है वह भी बिना तैयारी के। यदि समय से नहर की सिल्ट सफाई व पटरियों की मरम्मत करा दी गई होती तो यह नौबत न आती। नहर में रिसाव शुरू होने से पेड़राही के किसान परेशान हैं। नहर कटने से पेड़राही, भीखमपुर, सोहना, पूरे पवार सहित कई गांव के किसानों की हजारों बीघे फसल लगी खेती नष्ट हो जाएगी। पेडराही के किसान राजमंगल सिंह, जय प्रकाश सिंह, राघवेंद्र सिंह, दीपक सिंह ने बताया कि यह क्षेत्र प्रदेश के समाज कल्याणमंत्री रमापति शास्त्री के विधानसभा क्षेत्र में है। गांव के किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पहले नहर बंद करायी जाए। इसके बाद पटरियों की मरम्मत कराई जाए तब पानी छोड़ा जाए। यदि किसानों की खेती बरबाद हुई तो सैकड़ों किसान सिंचाई विभाग का घेराव करेंगे।